काठमांडू, 3 जून . नेपाल में राजशाही की वापसी को लेकर लगातार संघर्ष कर रहे अपने समर्थकों का हौसला बढ़ाने के लिए पूर्व युवराज्ञी हिमानी शाह भी सड़क पर आईं. अपने बेटे के साथ सड़क पर समर्थकों के बीच पहुंची हिमानी को देखकर लोगों में काफी उत्साह देख गया.
राजदरबार हत्याकांड की 24वीं बरसी पर दीप प्रज्वलन के कार्यक्रम का आयोजन किया गया था. पहले यह आयोजन राजदरबार के भीतर ही करना था लेकिन सरकार ने राजपरिवार के सदस्यों को उसी राजदरबार में श्रद्धांजलि कार्यक्रम करने की अनुमति नहीं दी जिस राजदरबार में रह कर शाह परिवार ने 240 वर्षों तक शासन चलाया था.
सरकार द्वारा राजदरबार में कार्यक्रम की अनुमति नहीं दिए जाने के बाद पूर्व युवराज्ञी हिमानी शाह ने काठमांडू के कमलादी में रहे गणेश मन्दिर में इसका आयोजन किया. सड़क पर अपने समर्थकों के बीच गणेश मंदिर से एक बार फिर से राजशाही की वापसी के लिए संघर्ष का श्रीगणेश माना जा सकता है. वे हजारों समर्थकों के बीच शालीनतापूर्वक मुस्कुराते हुए सबका अभिवादन स्वीकार करती नजर आईं.
हिमानी का सड़क पर आना विपक्षी के उन सवालों का भी जवाब है जो यह कहते हैं कि जिस राजसंस्था की पुनर्बहाली के लिए उनके समर्थक सड़कों पर पुलिस की लाठियां खा रहे हैं उस राजसंस्था का कोई भी सदस्य कभी भी उनके साथ सड़क पर क्यों नहीं आता? अपने बीच राजपरिवार के सदस्यों को देख कर समर्थकों और आम जनता में काफी उत्साह देखा गया.
हिमानी शाह के सड़क पर आने के बाद सोमवार को एक दिन के लिए स्थगित संघर्ष को मंगलवार से फिर शुरू करने की घोषणा कर दी गई. राजसंस्था पुनर्बहाली के लिए बनाई गई जनसंघर्ष समिति ने मंगलवार से दोपहर को उसी स्थान पर प्रदर्शन करने की जानकारी दी है जो सरकार ने उपलब्ध कराया है. कल का प्रदर्शन काठमांडू के सिफल मैदान में करने की जानकारी दी जाएगी.
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/ पंकज दास
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