कोलकाता, 08 सितम्बर (Udaipur Kiran) पश्चिम बंगाल विद्यालय सेवा आयोग (डब्ल्यूबीएसएससी) के तहत शिक्षक भर्ती घोटाला की जांच कर रही प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने बड़त्रा से तृणमूल कांग्रेस के विधायक जीवन कृष्ण साहा को मोटी रकम चुकाने वाले अभ्यर्थियों की पहचान की है, क्योंकि उन्हें वादा किए गए पद नहीं मिले।
सूत्रों के अनुसार विधायक की गिरफ्तारी से पहले कई महीनों तक ये अभ्यर्थी उनसे पैसे लौटाने का दबाव बना रहे थे। ईडी के हाथ लगे मोबाइल फोन से एक ऑडियो क्लिप भी सामने आई है, जिसमें एक अभ्यर्थी साहा से अपने 12 लाख रुपये वापस करने की मांग करता सुनाई दे रहा है। उस अभ्यर्थी ने यह रकम स्कूल नौकरी दिलाने के नाम पर विधायक को दी थी लेकिन नियुक्ति नहीं हो सकी। एजेंसी अब ऐसे अन्य अभ्यर्थियों को भी ट्रैक कर रही है, जिन्होंने लाखों रुपये दिए लेकिन नियुक्ति से वंचित रह गए। इन लोगों से पूछताछ कर और जानकारी जुटाने की तैयारी की जा रही है।
साहा की गिरफ्तारी 25 अगस्त को ईडी ने की थी। उस दौरान उन्होंने अपने दोनों मोबाइल फोन पास के तालाब में फेंककर नष्ट करने की कोशिश की थी, हालांकि ईडी ने उन्हें सुरक्षित बरामद कर लिया। इन्हीं फोन से कई अहम सुराग हाथ लगे हैं।
जानकारी के मुताबिक, पहले से ही 75 ऐसे नाम सामने आ चुके हैं, जिन्होंने एक्सपायर्ड पैनल पर होने के बावजूद साहा को भारी रकम देकर नियुक्तियां हासिल कीं। इनकी भी चरणबद्ध पूछताछ जारी है।
तृणमूल कांग्रेस विधायक फिलहाल न्यायिक हिरासत में हैं। इससे पहले उन्हें केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने भी गिरफ्तार किया था। सीबीआई इस घोटाले की समानांतर जांच कर रही है। —————————
(Udaipur Kiran) / ओम पराशर
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