यमुनानगर, 25 जून (Udaipur Kiran) । पहाड़ी और मैदानी क्षेत्रों में लगातार हो रही भारी बारिश से अब खतरे के संकेत देने लगी है। सोम और पथराला नदियां उफान पर हैं और उनका जल स्तर काफी तेजी से बढ़ने लगा है। जिसके चलते तटीय 20 गांवों के लोगों को बाढ़ का डर सताने लगा है।
किसान अशोक ,प्रदीप व करनैल ने बुधवार को बताया कि सोम नदी, जिसकी सामान्य क्षमता दस हजार क्यूसेक पानी की है। उसमें अब 16,400 क्यूसेक पानी बह रहा है। इससे नदी के किनारे बसे गांवों और खेतों में बाढ़ का खतरा उत्पन्न हो सकता है। पिछले साल के मुकाबले इस बार अधिक पानी आ गया है।
खेतों में पानी भरने से फसलें खराब होने का खतरा है और गांवों में आने वाले समय में जलभराव की स्थिति बन सकती है। बढ़ते खतरे को देखते हुए किसान और स्थानीय ग्रामीण मिलकर पानी की निकासी के वैकल्पिक रास्ते बना रहे हैं, ताकि बाढ़ के पानी को नियंत्रित किया जा सके। प्रशासन की ओर से भी निगरानी बढ़ा दी गई है। सिंचाई विभाग की और से भी युद्ध स्तर पर सोम नदी की तटों रेत और गिट्टी के कट्टे लगाकर पानी से हो रही मिट्टी की कटाई को रोका जा रहा है। फिलहाल मौसम विभाग ने आगे और वर्षा की चेतावनी जारी की है, जिससे आने वाले दिनों में स्थिति और भी गंभीर हो सकती है।
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(Udaipur Kiran) / अवतार सिंह चुग
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