– कलेक्टर ने नगर निगम कमिश्नर एवं अधिकारियों के साथ किया आनंद पर्वत का निरीक्षण
ग्वालियर, 22 अप्रैल . हरि पर्वत की तरह ही आनंद पर्वत को भी हरा-भरा बनाया जायेगा. कलेक्टर रुचिका चौहान ने मंगलवार को हरि पर्वत के सामने ही स्थापित आनंद पर्वत का निरीक्षण कर विभागीय अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए. इस मौके पर नगर निगम आयुक्त संघ प्रिय, अपर आयुक्त मुनीष सिकरवार, एसडीएम विनोद सिंह सहित विभागीय अधिकारी उपस्थित थे.
कलेक्टर रुचिका चौहान ने अधिकारियों से कहा कि आनंद पर्वत को विकसित करने के लिये सभी आवश्यक तैयारियाँ तत्परता से प्रारंभ की जाएं. आनंद पर्वत पर लगभग चार बीघा जमीन उपलब्ध है, जिसको हरा-भरा बनाने का कार्य प्रारंभ किया जा रहा है. कलेक्टर ने कहा कि हरि पर्वत की तरह ही आनंद पर्वत को भी सभी के सहयोग से विकसित करने का कार्य प्रारंभ किया जा रहा है. इस कार्य में शहर की सामाजिक संस्थाओं, गणमान्य नागरिकों और पर्यावरण प्रेमियों का भी सहयोग लिया जायेगा. सर्वप्रथम आनंद पर्वत की भूमि को उपजाऊ बनाने के लिये कार्य किया जायेगा. इसके साथ ही वृहद रूप से वृक्षारोपण करने के साथ ही वॉकिंग ट्रैक का निर्माण भी किया जायेगा. आनंद पर्वत को पर्यटन की दृष्टि से भी विकसित करने की दिशा में सार्थक प्रयास किए जायेंगे.
जन आकर्षण का केन्द्र बना है हरि पर्वत
कलेक्टर रुचिका चौहान ने बताया कि उच्च न्यायालय खण्डपीठ के प्रशासनिक न्यायाधिपति आनंद पाठक की पहल पर नवम्बर माह में हरि पर्वत को हरा-भरा करने का कार्य हाथ में लिया गया था. सभी के सहयोग से पर्वत पर वृहद वृक्षारोपण किया गया. हरि पर्वत आज जन आकर्षण का केन्द्र बना हुआ है. पर्वत पर बड़ी संख्या में वृक्ष लहलहा रहे हैं. इसके साथ ही अनेक प्रकार के पक्षी भी हरि पर्वत पर देखे जा सकते हैं. शहर के गणमान्य नागरिक भी हरि पर्वत पर पहुँचकर हरियाली का आनंद ले रहे हैं. इसी तर्ज पर आनंद पर्वत को भी हरा-भरा बनाने का सार्थक प्रयास प्रारंभ हो गया है.
तोमर
You may also like
Chanakya Niti: जिस व्यक्ति के अंदर होती है ये आदत.. उसकी जिंदगी हो जाती है बर्बाद.. कभी नहीं हो पाता है सफल ι
Chanakya Niti: दुश्मन से हमेशा जीतना है तो चाणक्य के इन 4 बातों का रखें ध्यान.. फिर कोई नहीं हरा पाएगा ι
आचार्य चाणक्य के अनुसार बच्चों की परवरिश में माता-पिता की गलतियाँ
Chanakya Niti: महिलाओं में पुरुषों से 8 गुना अधिक होती है इन 3 कामों की इच्छा.. फिर भी नहीं होती संतुष्ट ι
चाणक्य नीति: पति की इच्छाओं का सम्मान करें, सुखी वैवाहिक जीवन के लिए आवश्यक