जयपुर, 25 अक्टूबर (Udaipur Kiran News). Rajasthan पुलिस महानिदेशक राजीव कुमार शर्मा की अध्यक्षता में Saturday को पुलिस मुख्यालय, जयपुर में एक हाईलेवल समीक्षा बैठक आयोजित की गई. बैठक में राज्यभर के रेंज आईजी, Superintendent of Police और वरिष्ठ अधिकारियों ने हिस्सा लिया. बैठक का मुख्य उद्देश्य राज्य में सक्रिय गैंग और हार्डकोर अपराधियों के खिलाफ समन्वित कार्रवाई सुनिश्चित करना था.
डीजीपी शर्मा ने सभी जिलों को स्पष्ट निर्देश दिए कि धमकी, वसूली, फायरिंग, मर्डर और संगठित अपराधों में लिप्त गैंग के सदस्यों पर तत्काल और सख्त कार्रवाई की जाए. उन्होंने कहा कि Rajasthan पुलिस जीरो टॉलरेंस की नीति पर काम कर रही है, और अपराधियों में भय तथा जनता में विश्वास बनाना ही पुलिस की सर्वोच्च प्राथमिकता है.
बैठक में शामिल अधिकारीबैठक में एजीटीएफ प्रभारी दिनेश एम. एन., एडीजी बीजू जॉर्ज जोसेफ, जयपुर पुलिस आयुक्त सचिन मित्तल, एडीजी अपराध शाखा हवा सिंह, एटीएस/एसओजी अधिकारी, बीकानेर, अजमेर, जोधपुर रेंज के अधिकारी, जयपुर व जोधपुर कमिश्नरेट सहित 15 जिलों के एसपी, डीएसटी और साइबर सेल प्रभारी शामिल हुए.
डीजीपी का निर्देश — सिर्फ अपराधी नहीं, पूरा नेटवर्क खत्म करेंडीजीपी शर्मा ने कहा कि अब कार्रवाई केवल अपराधियों तक सीमित नहीं रहेगी, बल्कि पूरे आपराधिक तंत्र को जड़ से समाप्त किया जाएगा. उन्होंने निर्देश दिए कि संगठित अपराधी, धमकी देने वाले, वसूली करने वाले और सोशल मीडिया पर गैंग को प्रमोट करने वाले सभी व्यक्तियों की पहचान कर उनके खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाए.
डीजीपी ने जिलों को आदेश दिया कि सक्रिय अपराधियों पर धारा 111 बीएनएस के तहत कार्रवाई करें, ताकि उनके हौसले पस्त हों. उन्होंने कहा कि अपराधियों की संपत्ति जब्त करने, उनके वित्तीय स्रोतों पर प्रहार करने और उनके सहयोगियों को भी कानून के दायरे में लाने के लिए ठोस कार्ययोजना बनाई जाए.
उन्होंने सभी रेंज और जिलों को टीम वर्क, तकनीकी सहयोग और आधुनिक कार्यप्रणाली अपनाने के निर्देश दिए, ताकि संगठित अपराधियों के नेटवर्क को जड़ से समाप्त किया जा सके.
फायरिंग, मर्डर और धमकी से जुड़े मामलों की समीक्षाबैठक में फायरिंग और हत्या से संबंधित लंबित मामलों की समीक्षा की गई. डीजीपी ने स्पष्ट किया कि जिन मामलों में गिरफ्तारी शेष है, उन्हें प्राथमिकता के साथ निपटाया जाए.
उन्होंने फरार अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए विशेष अभियान चलाने और अदालतों में चालान प्रस्तुत करने की प्रगति रिपोर्ट मांगी.
डीजीपी शर्मा ने कहा कि कई जिलों से धमकी भरे कॉल की शिकायतें मिली हैं. ऐसे मामलों में तकनीकी विश्लेषण कर शीघ्र कार्रवाई की जाए ताकि किसी भी स्तर पर भय का वातावरण न बने.
वरिष्ठ अधिकारियों से मिले महत्वपूर्ण सुझाव-
एडीजी दिनेश एम. एन. ने गैंगों के सदस्यों और उनकी गतिविधियों पर विस्तृत रिपोर्ट प्रस्तुत की.
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एडीजी बीजू जॉर्ज जोसेफ ने कहा कि प्रत्येक अपराधी का रिकॉर्ड तैयार कर उसे ट्रैक किया जाए.
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एडीजी हवा सिंह ने पुराने मामलों का विश्लेषण कर गैंगों के पूर्ण सफाये की रणनीति सुझाई.
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पुलिस आयुक्त सचिन मित्तल ने अपराधियों के रिकॉर्ड को एकीकृत कर सूचना साझा प्रणाली मजबूत करने पर बल दिया.
बैठक के अंत में सभी जिलों की अपराध स्थिति पर 15 मिनट की पॉवर प्वाइंट प्रस्तुति दी गई. इसमें गैंगवार, धमकी, वसूली और संगठित अपराध से जुड़े ताजा आंकड़े साझा किए गए.
डीजीपी राजीव शर्मा ने कहा —
“Rajasthan पुलिस हर परिस्थिति में जनता की सुरक्षा और कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए पूर्णतः प्रतिबद्ध है. संगठित अपराधियों को किसी भी स्तर पर बख्शा नहीं जाएगा.”
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