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जिलाधिकारी ने श्रीनगर में विभिन्न स्थलों का निरीक्षण किया, व्यवस्थाओं में सुधार के दिये निर्देश

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पौड़ी गढ़वाल, 1 जुलाई (Udaipur Kiran) । जिलाधिकारी स्वाति एस. भदौरिया ने मंगलवार को श्रीनगर नगर क्षेत्र के विभिन्न स्थलों का निरीक्षण कर व्यवस्थाओं का जायजा लिया।

इस दौरान उन्होंने गंगा दर्शन बैंड स्थित गौशाला, निर्माणाधीन एनिमल बर्थ कंट्रोल (एबीसी) सेंटर, गंगा संस्कृति केंद्र, अलकेश्वर घाट, श्रीनगर तहसील व चारधाम यात्रा कंट्रोल रूम का निरीक्षण किया। गौशाला निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी ने निर्माणाधीन एबीसी सेंटर को विस्तारित करने और पशु रखरखाव के लिए गाइडलाइन अनुसार समिति गठन के निर्देश दिये। साथ ही नगर निगम को निर्देश दिये कि भवन तैयार होने तक मुख्य पशुचिकित्सा अधिकारी के समन्वय से आवश्यक उपकरणों को खरीदे जाने की प्रक्रिया पूर्ण करें।

उन्होंने कहा कि सेंटर के संचालन हेतु तात्कालिक व्यवस्था के रूप में पशुपालन विभाग द्वारा पशु चिकित्सक उपलब्ध करा दिया जायेगा। जिलाधिकारी ने गौशाला का भी निरीक्षण किया और मुख्य पशु चिकित्साधिकारी को निर्देश दिये कि टैग लगे हुए आवारा पशुओं के स्वामियों की पहचान करते हुए उन पर चालानी कार्रवाई करना सुनिश्चित करें। ग्राम स्तर पर यह सुनिश्चित किया जाए कि कोई भी गायें खुली सड़कों पर न छोड़ी जाएं। तहसील निरीक्षण में डीएम ने साफ-सफाई बनाये रखने और अवसंरचना विकास हेतु कार्ययोजना तैयार कर जिला कार्यालय में प्रस्तुत करने को कहा। संग्रह अनुभाग में बड़े बकायेदारों से वसूली प्रक्रिया तेज करने के निर्देश अमीन को दिये।

चारधाम यात्रा कंट्रोल रूम के निरीक्षण के दौरान फोन बंद पाए जाने पर उन्होंने उपजिलाधिकारी को नाराजगी जताते हुए फोन तत्काल सुचारु करने के निर्देश दिये। अलकेश्वर घाट पर निरीक्षण के दौरान नगर आयुक्त को स्वच्छता व्यवस्था सुदृढ़ करने, चेंजिंग रूम की मरम्मत, पेयजल सुविधा मजबूत करने और सीसीटीवी कैमरे लगाने के निर्देश दिये। साथ ही उन्होंने सिंचाई विभाग द्वारा प्रस्तावित बाढ़ सुरक्षा दीवार की डीपीआर की जानकारी ली और कहा कि दीवार को तेज बहाव से सुरक्षित रखने के लिये इसे और मजबूत किया जाय। साथ ही नदियों के कटाव को रोकने के लिए तकनीकी सुझावों के आधार पर स्थायी समाधान सुनिश्चित करने के निर्देश दिये।

इसके बाद उन्होंने निर्माणाधीन गंगा संस्कृति केंद्र के निरीक्षण किया। उन्होंने संस्कृति केंद्र को पहाड़ी स्थापत्य शैली में विकसित करने और सिर्फ एक इमारत नहीं, बल्कि जन-जागरूकता और सांस्कृतिक गतिविधियों का केंद्र बनाने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड की गंगा स्थलों की जानकारी 5डी फिल्मों और वर्चुअल रियलिटी के माध्यम से दर्शायी जाय, जिससे श्रद्धालुओं को जानकारी के साथ साथ मनोरंजन के अवसर भी प्राप्त हों। साथ ही इन अन्य गतिविधियों को भी शामिल कर रिपोर्ट प्रस्तुत करने को कहा।

उन्होंने संस्कृति केंद्र के बाहर स्थित विद्युत ट्रांसफार्मर को अन्यत्र स्थानांतरित करने की कार्यवाही करने के भी निर्देश दिये। इस अवसर पर मेयर नगर निगम श्रीनगर आरती भंडारी, उपजिलाधिकारी श्रीनगर नूपुर वर्मा, ग्रामीण निर्माण विभाग के एई राजीव गर्ग, प्रभारी तहसीलदार दीपक भंडारी आदि शामिल रहे।

(Udaipur Kiran) / कर्ण सिंह

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