इटानगर, 28 जुलाई (Udaipur Kiran) । अरुणाचल प्रदेश की राजधानी इटानगर
पुलिस ने एक अंतरराज्यीय वाहन चोरी और तस्करी गिरोह का भंडाफोड़ किया है। इस गिरोह
के पांच लोगों को गिरफ्तार किया गया है और उनके पास से 30.5 करोड़ रुपये से अधिक मूल्य के 57 चोरी के लग्जरी
वाहन बरामद किए गए हैं।
पुलिस अधिकारियों ने सोमवार को एक संवाददाता सम्मेलन के जरिए वाहन
चोरी गिरोह के भंडाफोड़ के बारे में बताते हुए, इटानगर कैपिटल के
पुलिस अधीक्षक जुम्मार बासर ने कहा कि वाहन तस्करी के एक अंतरराज्यीय गिरोह के
बारे में कुछ सुराग मिलने के बाद, इटानगर पुलिस स्टेशन में स्वतः संज्ञान लेते हुए एक
प्राथमिकी दर्ज की गई।
इटानगर के पुलिस उप अधीक्षक केंगो दिर्ची की अगुवाई में एक विशेष जांच दल
(एसआईटी) का गठन किया गया। एसआईटी, ने 2 जुलाई को अभियान शुरू किया।
जांच के दौरान राजधानी क्षेत्र में विभिन्न स्थानों से वाहनों का
पता लगाया गया और उन्हें बरामद किया गया।
बरामद वाहनों में 27 हुंडई क्रेटा, 9 टोयोटा
फॉर्च्यूनर, 5 किआ सेल्टोस, 2 मारुति ब्रेज़ा, 2 किआ सोनेट, 2 टाटा सफारी और 2 महिंद्रा थार, और एक-एक टाटा हैरियर, महिंद्रा स्कॉर्पियो, एक ऑडी, 1 टोयोटा इनोवा, 1 फोर्ड एंडेवर, हुंडई वेन्यू और एक मारुति बलेनो शामिल हैं।
सभी वाहन ब्लैकलिस्टेड पाए गए और दिल्ली, हरियाणा, उत्तर प्रदेश और अन्य राज्यों में दर्ज चोरी और डकैती के मामलों से जुड़े थे।
पुलिस के अनुसार, यह देश में अब तक का सबसे बड़ा एकल पुलिस स्टेशन वाहन बरामदगी
है।
ई-साक्ष्य पोर्टल के माध्यम से बरामदगी का दस्तावेजीकरण किया गया है, और अधिक वाहनों को बरामद करने के प्रयास जारी हैं क्योंकि टीमें राज्यों में
सुराग हासिल करना जारी रखे हुए हैं।
बसर ने बताया कि यह गिरोह दिल्ली-एनसीआर और आसपास के इलाकों से लग्जरी
गाड़ियां चुराने का काम करता है।
दलालों की मदद से, इंजन और चेसिस नंबरों के साथ बड़ी ही चालाकी से छेड़छाड़ की
जाती थी और जाली दस्तावेज़ बनाए जाते थे, फिर गाड़ियों को
अरुणाचल प्रदेश में तस्करी करके लाया जाता था, जहां उन्हें
सस्ते दामों पर अनजान खरीदारों को बेच दिया जाता था।
उन्होंने कहा कि शुरुआती जांच में डिजिटल मनी ट्रेल्स और सीमा पार लेन-देन
से जुड़े संभावित अंतरराष्ट्रीय संबंधों का संकेत मिला है और इन सुरागों की पुष्टि
के लिए आगे की जांच जारी है।
अब तक पांच प्रमुख आरोपितों को गिरफ्तार किया जा चुका है और टीमें गिरोह के
अन्य फरार सदस्यों की सक्रियता से तालाश कर रही हैं। हलाकी पुलिस ने नामों का
खुलासा करने से ईनकार कि है।
(Udaipur Kiran) / तागू निन्गी
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