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यूरिक एसिड का दुश्मन है ये सस्ता हरा पत्ता, 7 दिन में दिखेगा कमाल का असर!

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आज की भागदौड़ भरी जिंदगी में गलत खान-पान और अनियमित जीवनशैली के कारण यूरिक एसिड की समस्या आम हो गई है। जोड़ों में दर्द, सूजन, और चलने में तकलीफ जैसी समस्याएं यूरिक एसिड के बढ़ने का संकेत हो सकती हैं। अगर इसे समय पर नियंत्रित न किया जाए, तो यह गठिया, किडनी स्टोन, और अन्य गंभीर बीमारियों का कारण बन सकता है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि प्रकृति ने हमें एक ऐसा वरदान दिया है, जो यूरिक एसिड को जड़ से खत्म कर सकता है? जी हां, हम बात कर रहे हैं गिलोय के हरे पत्तों की, जिसे आयुर्वेद में "अमृता" यानी अमृत के समान माना जाता है। यह लेख आपको बताएगा कि कैसे गिलोय यूरिक एसिड को नियंत्रित करने में मदद करता है और इसे अपने दैनिक जीवन में कैसे शामिल करें।

गिलोय: यूरिक एसिड का प्राकृतिक शत्रु

गिलोय एक ऐसी औषधीय जड़ी-बूटी है, जो न केवल यूरिक एसिड को कम करती है, बल्कि शरीर को कई अन्य तरीकों से भी स्वस्थ रखती है। इसके एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटीऑक्सीडेंट गुण यूरिक एसिड के क्रिस्टल्स को तोड़ने और उन्हें मूत्र के माध्यम से शरीर से बाहर निकालने में मदद करते हैं। साथ ही, यह खून को शुद्ध करता है और शरीर के विषाक्त पदार्थों (टॉक्सिन्स) को बाहर निकालता है। आयुर्वेद विशेषज्ञों के अनुसार, गिलोय का नियमित सेवन न केवल जोड़ों के दर्द और सूजन को कम करता है, बल्कि किडनी और हृदय स्वास्थ्य को भी बेहतर बनाता है।

गिलोय का उपयोग कैसे करें?

गिलोय को अपने रूटीन में शामिल करना बेहद आसान है। इसे विभिन्न तरीकों से इस्तेमाल किया जा सकता है, जो न केवल प्रभावी हैं, बल्कि पूरी तरह प्राकृतिक भी हैं। नीचे कुछ आसान तरीके दिए गए हैं:

गिलोय का काढ़ा

गिलोय का काढ़ा बनाना सबसे पुराना और प्रभावी तरीका है। इसके लिए 4-5 ताजे गिलोय के पत्ते लें और उन्हें 2 गिलास पानी में तब तक उबालें, जब तक पानी आधा न रह जाए। इसे छानकर सुबह खाली पेट पिएं। यह काढ़ा यूरिक एसिड को कम करने के साथ-साथ आपकी रोग प्रतिरोधक क्षमता को भी बढ़ाता है।

गिलोय का रस

अगर ताजे पत्ते उपलब्ध नहीं हैं, तो बाजार में मिलने वाला शुद्ध गिलोय का रस भी एक बेहतरीन विकल्प है। रोजाना सुबह-शाम 15-20 मिलीलीटर गिलोय का रस गुनगुने पानी में मिलाकर पिएं। यह न केवल यूरिक एसिड को नियंत्रित करता है, बल्कि पाचन तंत्र को भी मजबूत करता है।

गिलोय की गोलियां

यदि ताजा गिलोय या रस उपलब्ध नहीं है, तो आयुर्वेदिक दुकानों से गिलोय की गोलियां खरीदी जा सकती हैं। एक गोली सुबह और एक गोली शाम को गुनगुने पानी के साथ लेने से यूरिक एसिड का स्तर धीरे-धीरे कम होने लगता है।

गिलोय के अन्य स्वास्थ्य लाभ

गिलोय केवल यूरिक एसिड के लिए ही नहीं, बल्कि कई अन्य स्वास्थ्य समस्याओं के लिए भी फायदेमंद है। यह जोड़ों की सूजन और दर्द को कम करता है, किडनी को स्वस्थ रखता है, और रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत करता है। इसके अलावा, यह डायबिटीज, पाचन संबंधी समस्याओं, और त्वचा के रोगों में भी लाभकारी है। गिलोय खून से टॉक्सिन्स को बाहर निकालकर हृदय रोगों के जोखिम को भी कम करता है।

यूरिक एसिड कम करने के लिए अन्य उपाय

गिलोय के साथ-साथ कुछ अन्य प्राकृतिक उपाय भी यूरिक एसिड को नियंत्रित करने में मदद कर सकते हैं। लो-पुरिन डाइट अपनाएं, जिसमें टमाटर, खीरा, लौकी, और करेला जैसे खाद्य पदार्थ शामिल हों। रोजाना 8-10 गिलास पानी पीना न भूलें, क्योंकि यह शरीर से टॉक्सिन्स को बाहर निकालने में मदद करता है। इसके अलावा, शराब, रेड मीट, और सी-फूड से दूरी बनाएं। चिया बीज, अजवाइन का पानी, और आंवला रस भी यूरिक एसिड को कम करने में सहायक हैं।

सावधानियां जो बरतनी चाहिए

हालांकि गिलोय एक प्राकृतिक औषधि है, फिर भी इसे लंबे समय तक इस्तेमाल करने से पहले किसी आयुर्वेदिक विशेषज्ञ से सलाह लेना जरूरी है। विशेष रूप से, कम रक्तचाप (लो बीपी) वाले लोग और गर्भवती महिलाएं बिना डॉक्टर की सलाह के इसका सेवन न करें।

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